उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान
- मुख पृष्ठ
- उदेश्य
उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान : उदेश्य
उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश की भाषाई विविधता का संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार करना है। संस्थान हिंदी सहित राज्य की अन्य क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों के अध्ययन, शोध और विकास को बढ़ावा देता है। यह संस्थान भाषाओं की समृद्ध परंपरा को संरक्षित करने के लिए शोध कार्यों, सेमिनारों, कार्यशालाओं और प्रकाशनों के माध्यम से जागरूकता फैलाने का कार्य करता है। साथ ही यह नई पीढ़ी में भाषाई चेतना विकसित करने और भाषा के सांस्कृतिक पक्ष को उजागर करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
- उत्तर प्रदेश शासन की एजेंसी के रूप में यह संस्थान सम्पूर्ण प्रदेश में कार्य करेगी और भाषा संबंधी योजनाओं और क्रियाकलापों को संचालित करेगी । आवश्यकतानुसार यह संस्थान उत्तर प्रदेश शासन के लिए प्रदेश के हित में भारत वर्ष के विभिन्न प्रदेशों और संघीय राज्यों में भी भाषा संबंधी कार्य सम्पादित करेगी ।
- विश्वविद्यालय स्तर पर और तकनीकी तथा चिकित्सा क्षण संस्थाओं हिन्दी गाध्यम से शिक्षा प्रदान करने की सुविधा के लिए समय-समय पर गोलियाँ और कार्यशालायें आयोजित करना और उसमें भाग लेने वाले विशेषज्ञों ओर अध्यापकों का उचित पारिश्रमिक देना ।
- उत्तर प्रदेश की बोलियों एवं लोक भाषाओं के साहित्य व कृतियों को सुरक्षित एवं संरक्षित रखना, उनके प्रचार-प्रसार व प्रोत्साहन के लिए कार्य करना, लोक भाषाओं के साहित्यकारों को सम्मानित, समाहृत और पुरस्कृत करना, था गोडिया, रामोलन व समारोह आयोजित करना |